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ग्लोबल गवर्नेंस न्यूज़ राजनीति और प्रशासन में आधारित एशिया का पहला द्विभाषीय न्यूज़ पोर्टल

आज की तारीख में, जब न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में राजनीति व शासन से संबंधित मुद्दे उबाल पर है और इस पर सबसे अधिक बहस हो रहे हैं, ऐसे में यह महत्वपूर्ण है कि गवर्नेंस को नजरअंदाज कर उस पर राजनीति हावी न हो जाएं ये देखना होगा और आम लोगों तक गवर्नेंस से संबंधित जानकारी को संप्रेषित करना होगा.

यह और जरुरी हो जाता है कि वास्तविक अर्थों गवर्नेंस के मुद्दों, इसके संदर्भों को विश्लेषित की जाएं. सामूहिक जागरुकता गवर्नेंस के मुद्दे पर जनमानस को सोचने का नया आयाम प्रस्तुत करेगा. ग्लोबल गवर्नेंस न्यूज का प्रयास है कि वह वैश्विक स्तर पर गवर्नेंस के उद्देश्यों से लोगों को सीधे तौर पर जागरुक बना विश्व समाज तक उसके लाभ को पहुंचाने का महती कार्य करें खास कर भारतीय मीडिया, राजनीति और गवर्नेंस के बीच के अंतर को परिभाषित करने में अब तक विफल रही है. इसमें कोई आश्चर्य भी नहीं है, कारण कि वह अब तक विभिन्न मुद्दों के पक्ष में नजर आती रही है. इसके बावजूद लोगों का दृष्टिकोण, खास कर मध्य वर्ग अब जमीनी हकीकत से रुबरु होना चाहता है.

अब तक भारत में सकारात्मक बदलाव के लिए प्रतिक्रियाशील तेवर को एक सूत्र में नहीं पिरोया जा सका. यह जो खालीपन है, यह ग्वर्नेंस के लिए थिंक टैंक प्लेटफार्म की जरुरत की मांग करता है, कुछ तो है, जो अनचाहे ही स्वस्फूर्त ढंग से सामूहिक सोच के खिलाफ जाता है, अगर यह अब भी जमानी स्तर पर आकार नहीं लेता है तब. ग्लोबल गवर्नेंस न्यूज का उद्देश्य है कि यह स्वयं को एक ऐसे न्यूज प्लेटफार्म के रूप में पेश करे जो राजनीति, योजना, मुद्दे और गवर्नेंस के बीच के अंतर को परिभाषित करे. हम अपना पूरा ध्यान रचनात्मक राजनीति के प्रति जनधारणा को नई चेतना विकसित करने पर केंद्रित करना चाहते हैं. अधिवक्तव्य और सक्रियतावादी प्रक्रिया हमारे फोकस का बहुत बड़ा हिस्सा होगा.

ग्लोबल गवर्नेंस न्यूज सच्ची पत्रकारिता की परपंरा को आगे बढ़ाने के लिए प्रयासरत है न कि कर्ण प्रिय सवाल उठाना व मनभावन उत्तरो को परोसने के लिए. हम एक गंभीर उद्देश्य के साथ मैदान में उतर रहे हैं और इसी के लिए शंखनाद भी कर रहे हैं. ग्लोबल गवर्नेंस न्यूज शासन सुधार आंदोलन को अपना मीडिया समर्थन देगा. लेकिन साथ ही, न तो हम किसी के निजी हित के वाहक बनेंगे और न किसी द्वारा लोगों की भावनाओं और उनके हित के लिए दिखावटी संघर्ष का समर्थन करेंगे.हम अतिरिक्त संवैधानिक तंत्र को बढ़ावा देने के खिलाफ हमेशा खडे़ रहेंगे. ऐसा नहीं है कि इसके पहले गवर्नेंस पर आधारित समाचार परियोजनाएं शुरु नहीं की गई. तथ्य बताते हैं कि ऐसा पहले भी बहुत सारे प्रयास हुए हैं.

गवर्नेंस पर आधारित कुछ समाचार सेवाएं बहुत अच्छा काम कर रही है. तब भी, हमने प्रतिस्पर्धी बाजार और उद्देश्यों का गहन अध्ययन किया और अपने प्रकाशन को एक अलग स्तर पर ले जाने का निश्चय किया है. ग्लोबल गवर्नेंस न्यूज का पूरा ध्यान आम आदमी पर गवर्नेंस और नीतियों के प्रभाव पर केंद्रित होगा. हम किसी भी सरकारी निकाय के जनसपर्क मशीनरी या फिर उसका मुखपत्र नहीं बनेंगे. वैश्विक समाज के हितों के मद्देनजर हम भारत या फिर दुनिया के विभिन्न देशों के गवर्नेंस संबंधित समाचार व विचारों को निष्पक्षता के साथ प्रस्तुत करेंगे.

हमारे पास अत्यधिक अनुभवी पत्रकार, सम्मानित लेखकों, नीति निर्माताओं, सामाजिक – राजनीतिक विश्लेषकों, भारतीय और वैश्विक अर्थशास्त्रियों की एक समर्पित टीम है जिनमे कई सामाजिक और राजनीतिक सुधारकों, न्यायविदों,मीडिया विशेषज्ञों, केन्द्रीय मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों, राज्यपालों, संसदों के सदस्य, विधानसभाओं के सदस्य, नौकरशाहों, भारत सहित कई देशो के राजनेता,कॉर्पोरेट दिग्गज व् शुभचिंतकों की एक लंबी सूची है, जो हमारा उत्साहवर्द्धन करते हैं और करते रहेंगे. तो, हम इंतजार किसका कर रहे हैं? यह गवर्नेंस पर एक नया दृष्टिकोण विकसित करने का माकूल समय है. आइए और हमारे साथ देश की शासन व्यवस्था को नए सिरे से परिभाषित करने के लिए ग्लोबल गवर्नेंस न्यूज के उद्देश्यों के हमसफर बने.

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